राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने रविवार को अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे कर लिए। पद ग्रहण करने के बाद उन्होंने महिला सशक्तीकरण, पलायन रोकने, एआई, जैविक व प्राकृतिक कृषि और वेलनेस के पांच मिशन की ओर मजबूती से काम किए तो विश्वविद्यालयों की व्यवस्थाएं दुरुस्त कीं। राजभवन को भी जनता के और करीब लाने का काम किया।राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के इंटरव्यू में पारदर्शिता के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग की शुरुआत की।
सभी विवि और पांच निजी विवि को राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए एक वर्ष तक अपने गहन शोध से लघु शोध प्रबंध प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, जिसकी रिपोर्ट अगले साल जनवरी में प्रस्तुत होनी है।राजकीय विवि से संबद्ध कॉलेज व संस्थानों की संबद्धता की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए एफिलिएशन पोर्टल तैयार किया गया है। राजकीय विवि के लिए यूनिवर्सिटी कनेक्ट उत्तराखंड और निजी विवि के लिए यूनिसंगम मोबाइल एप शुरू किया गया। राज्यपाल की पहल पर निजी विवि की बैठक अब निरंतर की जा रही है।
तकनीक से जनता के और करीब आया राजभवन
राजभवन देहरादून में एआई आधारित स्मार्ट ऑटोमेशन सिस्टम के तहत ऑनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम, ई-पास, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम, डिजिटल डैशबोर्ड काम कर रहा है। राजभवन का दीदार करने के लिए राजभवन का वर्चुअल टूर तैयार किया गया है, जिससे लोगों को राजभवन परिसर स्थित बोनसाई गार्डन, नक्षत्र वाटिका, राजप्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर, राजभवन आरोग्यधाम, राजलक्ष्मी गोशाला और पुस्तकालय के डिजिटल भ्रमण का अनुभव मिल रहा है। तकनीकी विवि की सहायता से राजभवन के लिए इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है, जिसमें राजभवन देहरादून और नैनीताल स्थित सभी इन्वेंटरी पर बार कोड लगाया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के प्रयोग से राजभवन मैत्री चैटबॉट की शुरुआत की गई है। सैनिकों और उनके आश्रितों की समस्याओं के निवारण के लिए शिकायत निवारण अधिकारी की तैनाती की, जो पूर्व सैनिकों से संबंधित शिकायतों का निस्तारण करता है। समय-समय पर राजभवन में लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जनता मिलन का आयोजन किया जाता है, जिसमें राज्यपाल स्वयं लोगों की समस्याएं सुनते हैं।
ये बदलाव भी हुए राज्यपाल के निर्देश पर
चारधाम यात्रा के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए चारधाम यात्रा डैशबोर्ड बनवाया गया, जो आईटीडीए ने तैयार किया है। राज्यपाल ने तीन वर्षों में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों की कई अग्रिम चौकियों का दौरा किया। वह प्रदेश के 51 वाइब्रेंट विलेज में से 18 गांवों का दौरा कर चुके हैं। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत राज्यपाल के मार्गदर्शन में अभी तक 10 हजार से अधिक निक्षय मित्रों की ओर से टीबी रोगियों की सहायता की गई है।
हर वर्ष गरीब मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप
पथ प्रदर्शक कार्यक्रम में प्रतिवर्ष गरीब मेधावी छात्रों को केंद्रीय संस्थाओं में चयनित होने पर स्कॉलरशिप और प्रोत्साहन स्वरूप धनराशि वितरित की जाती है। राजभवन में कार्यरत कार्मिकों और उनके परिजनों के लिए प्रत्येक छह माह में परिवार मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा, जिसमें राज्यपाल प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी की व्यक्तिगत और कार्यालयी समस्याओं को सुनते हैं। रेन वाटर हार्वेस्टिंग के अलावा अन्य प्रयासों से ग्रीन राजभवन बनाने की कवायद जारी है।